मूलके अतिचर्चित भाजपाई दल्लेने फिरसे षडयंत्रका खेल सुरु किया!

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अशरफभाई मिस्त्री, मूल

शहर के आगामी नगर परिषद चुनाव को ध्यानमे रखते हुवे मूल का अतिचर्चित कथित भाजपाई दल्ला न.प. चुनाव के टिकिट दिलवा देनेके लॉलीपॉप दे रहा है ?

भाजपा से वार्डोंके उम्मीदवारी दिला देनेकी रेवडियाँ तो बांट ही रहा है साथहिमे वार्डोंकी उम्मीदवारी के सपने देखने वाले कथित छुटभैये नेताओंके जनमदिन के बड़े बड़े होर्डिंग मूल शहर के चप्पे चप्पे पर विगत सप्ताह लगवाये गये थे ! जिसमे यह मूल का दल्ला भी होर्डिंगोंमें चमक रहा था !

जबके इस दल्लेके पीछे शहरका एकभी कार्यकर्ता कभी दिखाई नही देता ? आजतक इस दल्लेने अपने बलबूते पार्टी की एकभी सभा सम्मेलन , रैली , मोर्चा कुछभी करके नही दिखलाया है!

इस दल्लेने विगत समय कुणाल पारधी की साफसुथरी औऱ स्वयं के मालिकाना जगह पर लगाई गई चिकन की दुकान हटाने के लिये फर्जी दस्तखतोंके निवेदन दिलवाकर और नगर परिषद की सत्ता का ग़ैरकायदेशिर इस्तेमाल कर नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक को दलबल के साथ उस चिकन दुकान को गैरकानूनी ढंगसे हटवाने की साजिश रची थी!

इतनाही नही तो मूल के उपविभागीय अधिकारी खेड़कर को भी कुणाल पारधी की दुकानपर भिजवाया था!*
*सभी की नजरोमे इस दल्लेकि झूटी साजिशें ध्यानमे आजानेसे यहांके विधायक पूर्व मंत्री लोकलेखा समिती प्रमुख सुधीर मुनगंटीवार के ध्यानमे इस दल्लेकि झूठी मनगढंत साजिशें आ जानेसे कुणाल पारधी की रोजीरोटी वाली दुकान बच गई थी ! वरना इस जलकुकडे दल्लेने दुकान हटाने जमीन आसमान एक कर दिया था!

उसी तरहसे इस दल्लेने परदे के पीछे रहकर सत्तार गफ्फार, रज्जाक की भंगार की दुकान हटाने पूरी एडी चोटी का जोर लगाकर तत्कालीन मुख्याधिकारी सिद्धार्थ मेश्राम एवम स्वास्थ्य निरीक्षक अभय चेप्पुरवार को पूरे दलबलके साथ सत्तार की भंगार की दुकानपर धावा बोला गया था और बगैर किसी जब्ती पँचनामेके 7 – 8 गाड़ियाँ भरकर सत्तार की दुकानका सभी सामान गैरकानूनी ढंगसे लेकर चलते बने थे ! सत्तारकी शिकायत पर विभिन्न संगठनों के चलते जिलाधिकारी ने सत्तारके खिलाफ की गई गैरकानूनी कार्यवाही रद्द करनेका आदेश दिया था !

उसी तरहसे इसी दल्लेकि साजिशों झूठे शिष्टमंडलो के चलते मनीष मूलचंदानी एवम टेकचंद मूलचंदानी इन पुत्र -पिता की मालिकाना भारत एवम महाराष्ट्र इन दोनों राइसमिल्स के खिलाफ भी इस जलकुकडे दल्लेने दुनिया भरकी साजिशें रची थी !

भारत राईस मिल के आसपास दूसरोंके घरका सड़ा गला बासी अनाज और सब्जीवालेकि बची पड़ी सड़ी हुवी सब्जी भाजी वहां फेकि जाती थी और सुव्वर , कुत्ते दीगर जानवर जब उसपर टूट पड़ते थे तो उसके वीडियो , फोटो निकालकर समचारोंमें तथा शिकायतों में यह दिखाया जाता था के मनीष की भारत राईस मिल के डस्ट और कोंडे की वजहसे सब जानवर वहां कुडाकरकट खाने जमा होते हैं और बरसात के पानिमे वह सब फैलनेसे दुर्गंध होती है औऱ स्वास्थ्य के लिये यह सब हानिकर है इसलिये भारत राइसमिल को शहर से हटाया जाये !*ऐसी झूठी साजिशें तक इस जलकुकडे दल्लेने रचवाकर हर विभागमे शिकायते डलवाई थी ! लेकिन समय रहते इस दल्लेकि सजिशोंकी असलियत सामने आ जानेसे भारत राइसमिल बच गई थी और दल्ला मुह के बल गिर गया था !

अब नगरपरिषद के ऐन चुनाव के मौकेपर इस दल्लेने फिरसे कुणाल की चिकन सेंटर , सत्तारकी भंगार दुकान और मनीष की भारत राइसमिल फिरसे वही झूठे इल्जाम लगवाकर वार्ड वासियों का असंतोष दिखलाकर राजनेताओंको बरगलानेका के देखो इन वार्ड वासियोंकी यह मांग कुणाल पारधी की चिकन दुकान , सत्तार बंधुओं की भंगार दुकान और भारत राइसमिल शहरसे बाहर नही हटवाई गई तो यह सब वोट अपने खिलाफ चले जायेंगे ?

उसी तरहसे इस दल्लेने परदेके पीछे रहकर सत्तार शेख के छोटे भाई आरिफ शेख के दिनांक ११ मई २०२२ को यह झूठी साजिश रचवाई के उसने तन्मय झिरे ( जोकि बजरंग दल का पदाधिकारी है ) को गालियाँ दी ? ऐसा झूठा इल्जाम लगाकर वार्ड भरमें इस ऐसा प्रचार किया गया के ” मुसलमान के लडकेने तन्मय झिरे को गालियाँ दिया और धमकी दिया ” इस तरहसे हिंदू – मुस्लिम तनाव पैदा करनेकी चाल चली गई थी !यह दल्ला वार्ड के कुछ महिलाओं और पुरुषोंको और तन्मय झिरे के माता पिता को भी साथमे लेकर मूल पोलिस स्टेशन में पहोच गया था !

इस ढंगसे यह दल्ला मूल शहरमे हिंदू -मुस्लिम तनाव पैदा करनेका खेल कर शहर की शांति भंग करनेकी चाले चल रहा है !

इस साजिश को चुनाव के ऐन मौकेपर सफल बनानेकी चालें इस दलाल दल्लेने रची है ताकि चुनाव में वार्ड वासियोंके वोटोंकी जरूरत पड़ेंगी ! इसलिये कोई भी नेता इस दल्लेकि झूठी साजिशोंके खिलाफ जाने ना पाये!

यह एक जमानेका कड़का दल्ला आज करोड़पति बन बैठा है , कऱोडोंका डुप्लेक्स शाही बंगला और भी बहोत कुछ दो नम्बर की कमाइसे चल अचल संपत्तियोका ये मालिक बन बैठा है !

यह दल्ला सांसदों – विधायकों के राजश्रय के चलते सभी दो नंबरी काम बेख़ौफ़ होकर करता है ! बड़े जुआ अड्डोमे जहाँ लाखों का जुआ खेला जाता है वहाँ ये हमेशा जुआ खेलते दिखाई देता है ! विगत सप्ताह दिनांक ६ मई को शुक्रवार के दिन शामको वार्ड क्र.१४ में एक शख्स के घरमे लाखोंका जुवा चल रहा था वहाँ भी यह दल्ला जुआ खेलने पहोच गया था! यह जुआ देर रात तक चलता रहा !बतलाया जाता है कि इस अड्डेपर नांदगांव , चामोर्शी, सावली , भेजगांव , राजगड बल्लारपुर औऱ मूल के स्थानीय आदि गांवों के जुवेके शौकीन जुआ खेलने आते हैं !

पता चला है की दो नम्बरी भ्र्ष्टाचार के गर्त में डूबे अधिकारियोंसे इस दल्लेके याराना रिश्ते है ये दल्ला अवैध शराब , जुआ सट्टा पट्टी , मासूम गरीब लड़कियोंकी जिस्मफरोशी के अड्डे चलाने वाले , आंध्र की नकली शराब बेचने वालोंसे बिचौलिया बनकर कुछ अधिकारियोंसे सौदेबाजी करके उन्हें माल पहोचानेका भी काम करता है ,जिसकी मोटी कमाई इसको भी मिलती है !

इसके दो नम्बरी कमाईसे इसने जो काला धन कमाया है और चल अचल संपत्ति का मालिक बन बैठा है उसकी आयकर विभागने कडाइसे जाँच करनी चाहिये !
इसने किसी भी जरूरतमंद की आजतक किसीभी किस्मकि मदत तक नही की है !किसीकी तरक्की भी इस जलकुकडे को फूटी आँख नही भाती ! इस दल्लेके कर्मकांडोका खामियाजा पार्टी को भुगतने की नौबत आ सकती है !? इसीलिये वक्त रहते आलानेताओने सतर्क होना जरूरी है !