मूल पुलिस की सन्देहास्पद निष्क्रियता के चलते मूल बना अवैध कारोबारियों का गढ !?

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लखन , जेठ्या , राठोड का अवैध जानलेवा प्रतिबंधित गुटका खर्रा , नकली सुपारी , माजा , तंबाकू , ईगल पन्नी लाखोंका कारोबार सरेआम बेरोकटोक जारी !?
सट्टाकिंग बंटी , सोहेल , अतुल का राजनीतिक चोला ओढकर लाखोंका सट्टा कारोबार जारी !?
सचिन का लाखोंका नकली शराब , साथमे देसी – विदेशी अवैध शराब का शराब कारोबार नयन – बंटी ,अमोल , प्रकाश का अवैध शराब सप्लाई का सरेआम जारी लाखोंका कारोबार !?
नंदू का लाखोंका जुआ अड्डा जहाँ मूल – चामोर्शी – गडचिरोली – चंद्रपुर तक के जुए के शौकीन लखपति हर रविवार को कारोंसे बाइकों से जमा होते है !?
मूल पुलिस के मूकदर्शक बनी रहने के चलते और आँखोंपर पट्टियां बांधे बैठे रहनेसे अवैध कारोबारियों पर छापेमारी ना करने की निष्क्रियता अंजान बने बैठे रहने का राज आखिर क्या है ?
अवैध कारोबारियों को यहाँ मिल रहे अभयदान के चलते क्या जिला पुलिस अधीक्षक इनपर लगाम लगाएंगे ?
मूल पोलिस स्टेशन का कार्यक्षेत्र इन दिनों सभी अवैध कारोबारियों जुआअड्डों , सट्टा अड्डों वाले ,अवैध जानलेवा नकली शराब बेचनेवाले , अवैध देसी -शराब गाँव गाँव मे पहोचानेवाले ,अवैध प्रतिबंधित जानलेवा गुटका खर्रा , माजा , नकली मीठी सुपारी ,तंबाकू ,ईगल पन्नी बेचनेवालों सभी अवैध कारोबार बेरोकटोक जारी है !
लखन और जेठ्या की जोडी इन दिनों सरेआम रातके समय गडचिरोली के नईम और विनय से लाखोंका प्रतिबंधित गुटका खर्रा , माजा , नकली मीठी सुपारी , तंबाकू , ईगल पन्नी आदि जानलेवा माल डग्गा गाड़ियोंमे कारमे लाकर रास्तेमें ही सावली , व्याहाड में और फिर राजुली , डोंगरगांव ,चांदापुर , फिस्कुटी , चिरोली येजगांव ,भेजगांव , हल्दी , चिचपल्ली तक और मूल शहर के कुछ टपरी वालोंको मारोडा तक सरेआम बेख़ौफ़ सप्लाई कर रहे है ! उसी तरहसे नागभीड के सुमित बबल्या से भी यही जानलेवा लाखोंका माल लाकर सप्लाई कर रहे है !
लखन – जेठ्या के यह सभी कारनामे अखबारोंमे पोर्टल न्यूजों में प्रकाशित होनेके बाद लखन और जेठ्या इन दोनों बड़बोलोंने कहा के हमारे खिलाफ कोई कितने भी समाचार छापे कोई कितना भी चिल्लाये तो भी हमारा कुछ नही हो सकता ! पुलिस वाले हमारे साथ है !? बकौल लखन और जेठ्या के उन्ही दो अतिचर्चित सालोंसे मूल थानेमें डेरा जमाये बैठे पुलिसवालोंने इनसे कहा है के तुम डरो मत अपना काम चलने दो पेपरमे छपनेसे क्या होता है हम छापा मारेंगे तभी केस बनेगि ना ?
इन दोनों बड़बोलों के बोलबचन में सच्चाई दिखाई देती है ? तभीतो सरेआम इनका लाखोंका अवैध जानलेवा कारोबार धडल्लेसे जारी है ! इतना ही नहीतो चंद्रपुर के कई गुटका खर्रा किंग सम्राटों का लाखोंका माल उधारीपर लाकर उनको भी लाखोंका चुना लगाकर मालामाल बन बैठे हैं !
उसी तरहसे सावली का सचिन भी मूल मे डेरा जमाये बैठकर सरेआम चंद्रपुर से कभी डग्गा गाडियोंमे तो कभी स्विफ्ट डिझायर कारमे नकली शराबके बक्से भरकर मूल मे सरेआम लाता है और अमोल , प्रकाश नयन और बंटी मिलकर पूरे मूल तहसील में गडचिरोली सावली व्याहाड तक नकली शराब के साथ देसी विदेसी अवैध शराब के बक्से बेचते हैं ! लेकिन सालोंसे डेरा जमाये बैठी पुलिस अंजान बननेका रोल अदा करती है , आखिर इसका राज क्या हो सकता है ?
उसी तरहसे राजनैतिक चोला ओढकर सोहेल – बंटी – अतुल के लाखोंके सट्टा अड्डे सरेआम जारी है !
वही हाल मूल में नंदू नामक शख्स और येजगांव , भेजगांव ,हल्दी में दीगर शख्सके सरेआम लाखोंके जुआ अड्डे बेरोकटोक चल रहे हैं !
मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र मे इन सभी अवैध कारोबारियों के गैरकानूनी काम सरेआम चल रहे है यह प्रकरण कई अखबरोंमे पोर्टल समाचारोमे उजागर होने परभी यहाँ के पोलिस निरीक्षक पर आँच तक नही आई ?
इतनाही नही तो सालोंसे डेरा जमाये बैठे दो पुलिसवालोंका अन्यत्र तबादला होनेपरभी उनको अभी तक रवानगी तक नही दी गयी आखिर इसका क्या राज हो सकता है ? आखिर इनको किस कथित नेताका संरक्षण मिला हुवा है ?
जबके बल्लारपुर थानेके पोलिस निरीक्षक आसिफ राजा ने पूरे बल्लारपुर थाना क्षेत्रमे सभी अवैध कारोबरियोंपर लगाम लगाकर कई मामले दर्ज किये थे !
इतनाही नही तो आसिफ राजाने अपने दल बल के साथ मालू माल में आग लगाने वाले फायरिंग करनेवाले गुप्ता को खुफिया जानकारी के चलते नागपुर से गिरफ्तार करके लानेपर भी मालू मॉल प्रकरण को इश्यू बनाकर आसिफ राजा का तबादला आनन फानन में रामनगर थानेमे कर दिया गया ! जबके आसिफ राजा को बल्लारपुर थानेमें सिर्फ ६ ( छह ) माह का ही कालावधि हुवा था ! लेकिन उनको बलिका बकरा बनाया गया !
इधर मूलमे सरेआम कानून की धज्जियाँ उडाई जा रही है लखन जेठ्या सचिन नयन बंटी अमोल प्रकाश आदि जैसे जानलेवा अवैध प्रतिबंधित नकली माल बेचकर सरेआम गीदड भपकियाँ देकर डंके की चोटपर माल बेचकर मालामाल बन बैठे हैं लेकिन मूल का पुलिस महकमा आँखोंपर पट्टियां ? बांधे हाथ पर हाथ बाँधे अंजान बना बैठा है !? लेकिन न तो उनका तबादला किया जाता है और नाही कोई विभागीय जाँच ही की जाती है ?
आखिर इसका राज क्या है ? कौनसे राजनेताका संरक्षण सपोर्ट मिला हुवा है !
क्या पुलिस महकमेके आलाधिकारी , गृहमंत्रालय , पालकमंत्री गंभिरतापूर्वक इस बातका संज्ञान लेंगे ?