नैनी, प्रयागराज।
श्रमिक बस्ती, नैनी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ आदि शहरों में स्थित कालोनियों के आवासों का मालिकाना अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर बस्ती के निवासियों द्वारा शुरू किया गया आंदोलन धरना-प्रदर्शन जारी है।
केंद्र सरकार के आदेशानुसार अन्य राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश की श्रमिक बस्तियों के आवासों का मालिकाना अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर श्रमिक कॉलोनी, नैनी के निवासियों द्वारा शुरू किए गए मालिकाना अधिकार आंदोलन के तहत धरना-प्रदर्शन के दौरान के दौरान श्रमिक बस्ती में लोगों ने जुलूस निकाला। नारेबाजी की और धरना दिया। उप श्रम आयुक्त कार्यालय प्रयागराज के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय भी लिया गया।
मानस पार्क, श्रमिक कॉलोनी, नैनी, प्रयागराज स्थित धरना स्थल पर आंदोलन के प्रति सरकार के उदासीन रवैये की निंदा करते हुए श्रमिक कॉलोनी में बच्चों के खेल ग्राउंड, सार्वजनिक पार्कों तथा राजकीय श्रम हितकारी केंद्र से 42 वीं वाहिनी पीएसी का कब्जा हटाने की मांग की गई।
धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्रमिक बस्ती समिति के महासचिव विनय मिश्र ने कहा कि सरकार द्वारा निराश्रित लोगों को आवास बना कर दिए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इन कालोनियों में पिछले 70 वर्षों से रह रहे लोगों को उनके आवासों का मालिकाना अधिकार दिए जाने में हीला हवाली की जा रही है।
श्री मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 1995 में इन आवासों की बिक्री प्रक्रिया शुरू भी की गई थी। लेकिन उसे रोक दिया गया। कई-कई पीढियों से लोग यहां रह रहे हैं। 43 वर्षों से समस्या के लंबित होने के कारण मजबूरन आंदोलन करना करना पड़ रहा है। कार्यक्रम के अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद ने की। श्रमिक बस्ती समिति, नैनी द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन धरना-प्रदर्शन में सर्व श्री अमरचंद शर्मा, नंदकिशोर मिश्र, एसबी सिंह, शिशु त्रिपाठी, राकेश अरोरा, नितिन अग्रवाल, उमानंद मिश्र, भूपेंद्र राय, अजमत हुसैन, राघवेंद्र सिंह, संतुष्टतम शुक्ला, सत्येंद्र यादव, लक्ष्मी नारायण गोपाल जी, उमेश कुमार कुशवाहा, पवन कुमार जायसवाल, गुलाम रसूल, आरिफ, सभाजीत यादव आदि लोग उपस्थित थे।