पीएसी के सिपाहियों की भयानक गुंडागर्दी से जनता परेशान
1- धरना देते हुए श्रमिक कॉलोनी समिति मालिकाना अधिकार आंदोलन के कार्यकर्ता
2- बच्चों के पार्क राजकीय श्रम अधिकारी केंद्र में फेंका जा रहा है पीएसी का कूड़ा
नैनी, प्रयागराज। कौशांबी मोहिद्दीनपुर गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में 42 वीं वाहिनी पीएसी नैनी में तैनात एक सिपाही का नाम सामने आने के बाद पीएसी नैनी प्रशासन में व्याप्त अनुशासनहीनता की कलई खुल गई है।
श्रमिक कॉलोनी समिति नैनी के सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि वाहिनी के एक सिपाही ने इतने बड़े खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया।
ये पूरी बटालियन जहां रह रही है, उस नैनी क्षेत्र की हालत तो बहुत ही खराब है।
समिति के सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमवती नंदन बहुगुणा जी ने घनी नागरिक आबादी के बीच श्रमिक कॉलोनी नैनी से पीएसी को हटाए जाने का आदेश भी दिया था।
लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इस पर अमल नहीं किया । जिससे अब नैनी की ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों की कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि पिछले कई दशक से नैनी श्रमिक कॉलोनी और आसपास के निवासी 42 वीं वाहिनी पीएसी को यहां से हटाए जाने की मांग करते रहे हैं। लेकिन शासन प्रशासन द्वारा समस्या की ओर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण स्थिति विस्फोटक होती जा रही है।
स्थिति इतनी बदतर है कि 42 वीं वाहिनी पीएसी का सारा कूड़ा कचरा श्रमिक कॉलोनी नैनी के निवासियों के घरों के सामने लाकर फेंक दिया जाता है। उसमें मरे हुए जानवर भी फेंक देते हैं। भारी दुर्गंध के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।
नैनी क्षेत्र में बच्चों के खेल के मैदानो पर पीएसी वालों ने कब्जा कर लिया है ।
राजकीय श्रम अधिकारी केंद्र बच्चों के पार्क को कूड़ेदान बना दिया है। समिति के सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि लोगों के घरों के सामने कूड़ा फेंकने का विरोध करने पर पीएसी के सफाई कर्मचारी गाली गलौज करते हैं और कॉलोनी के निवासियों को जान से मारने की धमकी भी देते हैं।
परेड के बाद खाकी वर्दीधारी सिपाही सरकारी असलहा के साथ कॉलोनी में घूमते हैं। दुकानदारों से मुफ्तखोरी और राह चलती महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की वजह से शाम होते ही कॉलोनी में सन्नाटा छा जाता है।
उत्तर प्रदेश श्रमिक कॉलोनियों के आवासों का मालिकाना अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन के क्रम में आज मानस पार्क श्रमिक कॉलोनी नैनी में मजदूरों की सभा हुई। जिसमें सरकार से मांग की गई की मजदूरों को उनके आवासों का मालिकाना अधिकार दिया जाए। जब तक मांग पूरी नहीं होगी। बैठक के द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
बैठक के माध्यम से सरकार से मांग की गई की 42 वीं वाहिनी पीएसी को नैनी क्षेत्र से तत्काल हटाया जाए ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे।
बैठक, धरना-प्रदर्शन मालिकाना अधिकार आंदोलन में सर्वश्री नंदकिशोर मिश्र, ओमप्रकाश सिंह, मो शाहिद,अजमत हुसैन,उमेश गुप्ता, आत्मानंद श्रीवास्तव, उमानंद मिश्र, सत्येंद्र यादव, इशरत हुसैन उमेश चंद्र आदि लोग शामिल थे।