*रविवार को क्रीड़ा योग भवन मूल में बाल संस्कार केंद्र, युवा सेवा संघ और श्री योग वेदांत सेवा समिति के तत्वावधान में तुलसी पूजन एवं विद्यार्थी उज्ज्वल भविष्य निर्माण एक दिवसीय शिविर बड़े भव्य तरीकें से सम्पन्न हुआ । इस कार्य्रकम में मूल नगर के लगभग 100 बच्चों ने उत्साह पूर्वक लाभ लिया । कार्यक्रम का उद्देश्य ‘हरेक विद्यार्थी के भीतर सामर्थ्य का असीम भंडार छुपा हुआ है । जिसे प्रगट करने के लिए जरूरी है उत्तम संस्कारों का सिंचन, उत्तम चारित्रिक शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति के गौरव से परिचय करवाना ।’ वक्ता रवि कुमार ने कहा कि बालकों का तन तन्दरुस्त, मन प्रसन्न और बुद्धि कुशाग्र बनें, आज के स्पर्धात्मक युग में बच्चे तेजस्वी बनकर भविष्य में आनेवाली कैसी भी प्रतिकूल या कठिन परिस्थितियों का साहसपूर्वक हँसते खेलते सामना करने में सक्षम बनें । कमजोर लापरवाह तनावग्रस्त न बनकर बच्चे निर्भय, साहसी व उत्साही बने। बाल्यकाल के संस्कार एवं चरित्र निर्माण ही मनुष्य के भावी जीवन की आधारशिला है । नन्हा सा बालक एक कोमल पौधे जैसा होता है उसका जीवन चाहें जिस दिशा में मोड़ा जा सकता है । विद्यार्थियों के अंदर छुपी हुई असीम शक्ति को निखारने, परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने हेतु सूक्ष्म क्रियाएँ कराया गया । बचपन से ही तेजस्वी ओजस्वी जीवन बनाने हेतु बुद्धि शक्ति, स्मरणशक्ति, मेधा शक्ति वर्धक विशेष आसन, प्राणायाम, त्राटक, सूर्य अर्घ्य, ध्यान आदि भी सिखाया गया । विद्यार्थीयों के स्वास्थ्य सुरक्षा में प्रतिदिन 5-7 तुलसी पत्ती सेवन करने को कहा गया, मोबाईल के बढ़ते हानिकारक दुष्प्रभावों से बचने व सदुपयोगिता के लिए वीडियों प्रेजेंटेशन दिखाया गया । शिविर में उत्कृष्ट प्रर्दशन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया । अंत में बच्चों ने घर के नकारात्मक वातावरण व पर्यावरण सुरक्षा हेतु 25 दिसम्बर – तुलसी पूजन दिवस के निमित्त तुलसी जी की पूजन -परिक्रमा करके आशीर्वाद व भोजन प्रसादी प्राप्त किया । इस कार्यक्रम की अतिथि के रूप में पतंजलि योग समिति के सौ. पोकडे ताई, श्री योगवेदांत सेवा समिति के बबलू भाई, जगदीश भाई, बंडू भाऊ, बल्लु भाई, गुरनुले ताई, युवा सेवा संघ के सोनू, संदीप, बाल संस्कार केंद्र के मेघा ताई, प्रेरणा ताई व कई अभिवावक उपस्थित थे ।*