*नैनी, प्रयागराज ( संवाददाता )*
*बच्चों के सभी खेल ग्राउंड पर कब्जा करने के बाद 42 वी वाहिनी पीएसी के अधिकारियों ने श्रमिक बस्ती, नैनी के प्रमुख सार्वजनिक मार्ग पर भी पहरा लगा दिया है ।*
*आज सवेरे इस मार्ग पर लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई । श्रमिक बस्ती मानस पार्क चौराहे से हनुमान मंदिर की ओर जाने वाले मुख्य सार्वजनिक मार्ग पर आम जनता के वाहनों को रोकने के साथ ही पैदल आने जाने वाले लोगों को भी नहीं जाने दिया गया । इससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा ।*
*श्रमिक कल्याण समिति के सचिव विनय मिश्र ने पीएसी के अधिकारियों की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है कि श्रमिक बस्ती का निर्माण नैनी के मजदूरों के लिए किया गया था । यहां के मजदूरों के बच्चों के लिए कई खेल ग्राउंड बनाए गए थे ।* *कॉलोनी के 300 कमरों और बच्चों के सभी खेल ग्राउंड पर पीएसी ने पहले ही कब्जा कर लिया है ।*
*अब इसके बाद लोगों के आने जाने वाले मुख्य सार्वजनिक मार्ग पर भी पीएसी द्वारा रास्ता रोककर अतिक्रमण किया जा रहा है ।*
*विनय मिश्र ने जिलाधिकारी प्रयागराज से मांग की है कि राजकीय श्रम हितकारी केंद्र से पीएसी का कब्जा हटाया जाए और लोगों के आने जाने वाले सार्वजनिक मार्ग को बंद न किया जाए ।*
*श्रमिक बस्ती के निवासियों को उनके आवासों का मालिकाना हक देने, श्रमिक बस्ती से पीएसी को हटाने की मांग को लेकर*
*आगामी 4 दिसंबर को श्रमिक बस्ती में बस्ती के निवासियों की सभा होगी । जिसमें अग्रिम कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा । समिति के सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि श्रमिक बस्ती स्थित राजकीय श्रम हितकारी केंद्र का निर्माण मजदूरों के हितों के संरक्षण के लिए किया गया था।* सरकार द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए इस केंद्र में बच्चों के दर्जनों झूले, व्यामशाला उपकरण, सिलाई-कढ़ाई मशीनें, पुस्तकालय-वाचनालय, अस्पताल व खेल के सामान आदि उपलब्ध थे । पिछले कई महीनों से पीएसी ने इस केंद्र पर कब्जा कर लिया है ।
करोड़ों रुपए के कीमती सामान केंद्र से कहां गायब हो गए ?* *इसका कोई पता नहीं चल पा रहा है । श्रमिक कल्याण समिति के सचिव विनय मिश्र ने राजकीय श्रम हितकारी केंद्र से गायब हो गए सामानों के बारे में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए केंद्र से पीएसी का अवैध कब्जा तत्काल हटाए जाने की मांग की है ।*
*श्री मिश्र ने कहा है कि घनी नागरिक आबादी के बीच में पीएसी के रहने से स्थानीय जनता और पीएसी वालों के बीच आए दिन टकराव होता रहता है ।* *सरकार ने यदि संबंध में कार्यवाही नहीं की तो आगे चलकर गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है । पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री हेमवती नंदन बहुगुणा जी ने पीएसी को श्रमिक बस्ती से हटाए जाने के लिए श्रम विभाग के अधिकारियों को आदेश भी दिया था । लेकिन इस आदेश पर कोई कार्यवाही नहीं हुई । पीएसी को हटाने के लिए लोग यहां आंदोलन भी कर रहे हैं ।*
*समिति के सचिव विनय मिश्र ने कहा है कि पीएसी वाहिनी को सुदूर ऐसे स्थान पर स्थापित किया जाए । जहां पर्याप्त स्थान हो । श्रमिक बस्ती में रहने के कारण इनके पास आए दिन जगह की कमी होती रहेगी और ये लोगों के सार्वजनिक पार्कों, मकानों पर कब्जा करने का प्रयास करते रहेंगे ।*